सचिन ने वनडे क्रिकेट से अलविदा बोल दिया हैं। भारत के तमाम
क्रिकेट प्रेमियों कि तरह यह जानकारी मिलने पर मैं भी काफी चौकित हो गया। लेकिन
सचिन के लिए स्थिति काफी विकट हो गया था। फैसला उन्हे करना था सो उन्होने यह फैसला
किया। हमें उनकी इस फैसले का सम्मान करना चाहिए। सचिन ने वनडे कैरियर की शुरूआत 18
दिसम्बर 1989 में पाकिस्तान के विरूध्द खेल कर की, उस समय टीम में और भी बड़े
खिलाड़ी थे। लेकिन सचिन ने अपने लिए एक सम्मान लायक जगह बनाया। धीरे-धीरे सचिन
भारत के वनडे क्रिकेट के टीम के एक अहम सदस्य बन गये। स्थिति का पता इससे चलता हैं
कि सचिन के बिना भारतीय क्रिकेट टीम के बारे में विचार करना भी बेमानी सी लगती
हैं। सचिन जिस नही खेलते भारत मैच हार जाता इससे उनके महत्व का पता चलता हैं।
लेकिन आज भारतीय क्रिक्रेट में ओर भी खिलाड़ी हैं जिन्हे सचिन मौका देना चाहते
हैं। जिससे उन्होने वनडे क्रिक्रेट से सन्यास लिया हैं। सचिन कहते हैं हमें 2015
के लिए टीम अभी तैयार करना होगा और वह अगला वर्ल्ड नही खेलना चाहते इसलिए अभी से
ही अपने जूनियर खिलाड़ी को मौका मिलना चाहिए ताकि उस टीम अच्छा प्रदर्शन कर सकें।
विपुल समाजदार
नन्द्रग्राम, गाजियाबाद
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