कांग्रेस के दिग्गि राजा ने
इस बार राहुल गांधी के करीबी मीनाक्षी नटराजन को टंच माल की संज्ञा से सम्मानित
किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में सुमार दिग्विजय सिंह अक्सर अपने वयानबाजी के
चलते सुर्खियों में रहते है। लेकिन इस बार उन्होने अपने ही पार्टी के सदस्य के
बारे में ऐसा वक्तत्व दे दिया है जिससे पार्टी के अन्दर और मीडिया में उनका काफी
बदनामी हुआ है। लेकिन मौके का सही उपयोग तो मीनाक्षी नटराजन ने किया उन्होंने मीडिया
से बात करते हुए कहा कि उन्हे दिग्विजय सिंह द्वारा दिए गए बयान से कोई ऐतराज नही
हैं। मीनाक्षी ने बताया कि दिग्विजय सिंह उनके काम से काफी खुश है जिससे उन्होने
उनकी काम के तारीफ करने के इरादे से ऐसा बयान दिया है। अब सवाल यह उठता है कि यह
सारे नेता किस तथ्य पर बयानबाजी करते है और जब देखते कि स्थति खराब हो रही है तो
अपने बयान को निजी बताकर पार्टी के विचारधारा से अलग करने की कोशिश करते है। ताकि
पार्टी के अलाकमान के नजरों से बचा जा सके। साथ ही साथ सुर्खियों में होने से
मीडिया से अच्छा खासा लोकप्रियता मिल जाती है।Sunday, 28 July 2013
दिग्विजय सिंह का टंच माल
कांग्रेस के दिग्गि राजा ने
इस बार राहुल गांधी के करीबी मीनाक्षी नटराजन को टंच माल की संज्ञा से सम्मानित
किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में सुमार दिग्विजय सिंह अक्सर अपने वयानबाजी के
चलते सुर्खियों में रहते है। लेकिन इस बार उन्होने अपने ही पार्टी के सदस्य के
बारे में ऐसा वक्तत्व दे दिया है जिससे पार्टी के अन्दर और मीडिया में उनका काफी
बदनामी हुआ है। लेकिन मौके का सही उपयोग तो मीनाक्षी नटराजन ने किया उन्होंने मीडिया
से बात करते हुए कहा कि उन्हे दिग्विजय सिंह द्वारा दिए गए बयान से कोई ऐतराज नही
हैं। मीनाक्षी ने बताया कि दिग्विजय सिंह उनके काम से काफी खुश है जिससे उन्होने
उनकी काम के तारीफ करने के इरादे से ऐसा बयान दिया है। अब सवाल यह उठता है कि यह
सारे नेता किस तथ्य पर बयानबाजी करते है और जब देखते कि स्थति खराब हो रही है तो
अपने बयान को निजी बताकर पार्टी के विचारधारा से अलग करने की कोशिश करते है। ताकि
पार्टी के अलाकमान के नजरों से बचा जा सके। साथ ही साथ सुर्खियों में होने से
मीडिया से अच्छा खासा लोकप्रियता मिल जाती है।Thursday, 25 July 2013
गरीबी
यूं ना मजाक बनाओं गरीबी का,खाने पीने का पता नही।
कहां सोये उसका पता नही।
क्या पहने उसका पता नही।
नौकरी देने की व्यवस्था नही।
खाने का थाली कहां,
उसका भी पता नही।
सरकार का कोई व्यवस्था नही।
भ्रष्टाचार है जहां चरम परज
जहां सरकार गिराये महंगाई का पहाड़
गरीबों के कंधों पर
गरीबों की थाली का हिसाब लगाये 5 रूपये से अधिक पर
कमाल करती है भारत की सरकार
जनता पर करती नये प्रयोग
कैसे उनको चूसा चाहे जीवन के पकडंडी पर।
कौन जीये और कौन मरे
कोई हिसाब नही
थाली के आंकड़े लगाते
बेशर्म सरकार समझ नही आता
राजनीति के जंग
भाजपा कोशिश कर रही कि रह हालत में 2014 में वह सत्ता में
आए। इससे पहले भाजपा 2009 में जिस तरह कांग्रेस के खराब काम होने के बावजूद चुनावी
लड्डू बांटने पर वोटर पिघल गये थे। भाजपा कार्यरकर्ताओं द्वारा ढिलमूल रवैये के
चलते उनकों चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। यह उसी का नतीजा है कि अब इस बार
भाजपा काफी सक्रिय दिख रही हैं। बेसक अभी चुनाव काफी दूर है लेकिन भाजपा
कार्यकर्ता कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ये काफी
आगे है। लेकिन अभी तक भाजपा में सबसे ज्यादा समस्या इस बात की रही ह कि
भाजपा फिजूल खर्जा में सबसे आगे है। चाहे रथ यात्रा हो या इंडिया साइनिंग सभी
भाजपा के लिए उजूल खर्जी है। इसी गलत प्रदर्शन का फायदा कांग्रेस लेता है। लोगों
तक भाजपा के खिलाफ बोलता है लोगों को लगता है कि यह तो सही भाजपा काफी गलत नीति
लेकर चलता है सरकार बनते फिजूल खर्जी करने में पार्टी अपना समय बर्वाद करेगी । जिससे
पार्टी का नाम खराब होता है। जहां कांग्रेस इतने घोटाला करने के बाद भी लोगों के
नयन तारा बनकर रहता हैं। लेकिन भारत के जनता को सोचना होगा कि पार्टी चाहे कांगेस
हो या भाजपा सभी के ऊपर आरोप लगते रहे है। लेकिन बेहतर सरकार की तुलना अगर करें तो
पायेंगे कि भाजपा की सरकार कांग्रेस की मौजूदा सरकार से कई गुना स्पष्ट ,था सही था
इस बपात पर कोई दोराह नही होना चाहिए। मैं किसी पार्टी को सपोट नही कर रहा लेकिन
वास्तविकता तो यही है। इस लिए कम से कम इस बार हमें भाजपा को वोट देना चाहिए जिससे
कांग्रेस ओर भाजपा के विकास नीति का पता तो चले कि कौन किससे बेहतर सरकार चला सकता
हैं।
जरा सोचिएगा।
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